अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि का कहना है कि कुंभ मेला 2021 अपनी घोषित तिथियों पर ही होगा। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले ही वे दून जाकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिले और अखाड़े के निर्णय से उन्हें भी अवगत करा दिया है।
श्रीमहंत हरिगिरि ने कहा कि कुंभ मेला हमारी हिन्दू सनातन परम्पराओं की अटूट आस्था का पर्व है। उन्होंने कहा कि ग्रहों के परस्पर संयोग और गति के कारण अनादिकाल से पर्वों का आयोजन होता आया है।
मुगलकाल तथा ब्रिटिशकाल में भी कई आपदाएं आने के बावजूद कुंभ मेले अनवरत होते आए हैं। इसलिए किसी भी कीमत पर कुंभ पर्व टाला नहीं जा सकता है। हरिगिरि ने कहा कि अखाड़ा परिषद की इस विषय को लेकर जून के अंतिम सप्ताह में अत्यंत महत्वपूर्ण तीन दिवसीय बैठक होने जा रही है।
इस बैठक में कुंभ मेले को लेकर सभी पहलुओं पर गंभीर विचार विमर्श कर प्रस्ताव पारित किये जाऐंगे तथा इन प्रस्तावों पर मुख्यमंत्री से चर्चा कर ठोस निर्णय लिया जाएगा।
महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि कुंभ मेला अपने नियत समय पर ही संपन्न होगा। परिस्थितियों के अनुरूप प्रतीकात्मक स्नान या विकल्प भी हो सकता है।
लेकिन सनातन परम्पराओं को टूटने नहीं दिया जाएगा। उल्लेखनीय है आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने भी दो दिन पहले कुंभ के नियत समय पर ही होने की बात कही थी।
Courtesy By Hindustan, Dated on 10th June 2020