कुम्भ मेला भारत का एक अत्यंत पवित्र धार्मिक आयोजन है जो करोड़ों श्रद्धालुओं को एक स्थान पर लाता है। हर बार इस मेले में शामिल होकर लोग अपने पापों से मुक्ति और आत्मशुद्धि की कामना करते हैं। कुम्भ मेला चार स्थानों - प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन, और नासिक में आयोजित होता है और इसमें लाखों नागा साधु, संन्यासी, और श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस लेख में हम जानेंगे, कुम्भ का मेला कहाँ-कहाँ लगता है? अगला कुम्भ का मेला कब लगेगा? अर्ध कुम्भ और महा कुम्भ मेले की जानकारी, और इन आयोजनों से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
कुम्भ का मेला कहाँ लगता है? (Kumbh Ka Mela Kaha Lagta Hai)
भारत में कुम्भ मेला चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित होता है:
- प्रयागराज (इलाहाबाद): गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम पर आयोजित कुम्भ मेला दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
- हरिद्वार: गंगा नदी के तट पर होने वाला हरिद्वार कुम्भ मेला भी तीर्थयात्रियों के लिए प्रमुख आकर्षण है।
- उज्जैन: यहाँ का कुम्भ मेला क्षिप्रा नदी के तट पर आयोजित होता है।
- नासिक: गोदावरी नदी के तट पर होने वाला नासिक कुम्भ मेला प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
प्रत्येक स्थान पर हर बारह वर्षों में कुम्भ मेला आयोजित होता है, जिसमें अलग-अलग वर्षों में अलग-अलग स्थानों पर आयोजन होते हैं।
कुम्भ मेला का महत्व और इतिहास
कुम्भ मेले का धार्मिक और पौराणिक महत्व है। हिंदू मान्यता के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान अमृत की कुछ बूंदें इन चार स्थानों पर गिरी थीं, जिसके परिणामस्वरूप यहाँ पर हर बारह साल में कुम्भ मेले का आयोजन होता है। यहाँ आकर स्नान करने से आत्मशुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
अगला कुम्भ का मेला कब लगेगा? (Agla Kumbh Ka Mela Kab Lagega)
अगला कुम्भ मेला 2025 में प्रयागराज में आयोजित होगा। इसके अलावा, हरिद्वार में 2028, उज्जैन में 2032, और नासिक में 2036 में कुम्भ मेले का आयोजन किया जाएगा। हर बारह वर्षों में प्रत्येक स्थान पर कुम्भ मेला आयोजित होता है, इसलिए श्रद्धालुओं को हर स्थान पर कुम्भ के लिए बारह वर्षों तक प्रतीक्षा करनी होती है।
महा कुम्भ मेला कब लगेगा? (Maha Kumbh Mela Kab Lagega)
महा कुम्भ मेला हर 144 वर्षों में एक बार आयोजित होता है, जो 12 कुम्भ मेलों के बाद आता है। अगला महा कुम्भ मेला 2025 में प्रयागराज में ही आयोजित होगा। महा कुम्भ मेला अत्यंत दुर्लभ अवसर होता है और इसे सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है। यहाँ श्रद्धालु विशाल संख्या में एकत्र होकर अपने जीवन को पवित्र करने का प्रयास करते हैं।
अर्ध कुम्भ का मेला कब लगेगा? (Ardh Kumbh Mela Kab Lagega)
हर छह वर्षों में कुम्भ मेले के बीच अर्ध कुम्भ का आयोजन होता है। यह मेला प्रयागराज और हरिद्वार में आयोजित होता है। अगला अर्ध कुम्भ मेला 2028 में हरिद्वार में होगा, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेंगे।
नागा साधु और कुम्भ मेला (Naga Sadhu And Kumbh Mela)
कुम्भ मेला नागा साधुओं के लिए भी प्रसिद्ध है। यह साधु परंपरागत रूप से नग्न अवस्था में रहते हैं और भगवान शिव के भक्त माने जाते हैं। कुम्भ मेले में नागा साधु विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र होते हैं। इनकी पूजा-अर्चना, अखाड़ों में परंपरागत युद्ध कला प्रदर्शन, और उनके दर्शन मेले में आने वाले लोगों के लिए धार्मिक अनुभव को और भी विशेष बनाते हैं।